Indian Railways: आपके लिए लेकर के आया है जो कि 130 किलो प्रति घंटे के हिसाब से दिल्ली और दिल्ली के अलग-अलग राज्यों की तरफ दौड़ती हुई नजर आएगी और अलग-अलग सुविधाओं से लेस यह पूरी ट्रेन जो है वो बहुत ही हाईटेक तरीके से बनाई गई है और आखिरकार क्या-क्या इंजन में सुविधा इसके अंदर है जो आम लोगों को मिलने जा रही है
अमृत भारत की सुरक्षा
अमृत भारत ट्रेन कि 130 किलो प्रति घंटे के हिसाब से ये ट्रेन चलेगी। आज से शुरुआत होगी देखा जाए तो सुरक्षा के लिहाज से ये ट्रेन कितनी कारगर है सुरक्षा के लिए तो इसमें कवच लगाया हुआ है क्या अगर कोई गाड़ी सामने से आती है तो गाड़ी ऑटोमेटिक रुक जाएगी अगर कोई हम लोको पायलट गलती करता है किसी तरीके की भी दूसरा क्या है स्पीड जल्दी मेंटेन करेगी क्योंकि इसमें दो लोग को लग रहे हैं एक आगे एक पीछे 5440 हस पावर का आगे है 5440 का पीछे है इसमें आरजी डबल हो जाएगी हमारे को टिंग ब्रेकिंग जल्दी ब्रेकिंग होगी बिजली भी बचेगी ज्यादा इससे ब्रेकिंग जल्दी होगी।
अगर बात की जाए तो स्पीड 130 की स्पीड है वंदे भारत की तर्ष परही और ट्रेन कि अगर बात खास तौर पर की जाए स्लीपर क्लास है तो कितना सफर जो है। इसमें रेंट बहुत कम होगा और समय कम लगेगा और उस वंदे भारत की तरह ही लगेगा। इससे पहले भी कई सारे ट्रेंन है, और इसका एक नया एक्सपीरियंस जो है वो आपको मिलने जा रहा है, इसको चलाने में अच्छा लगेगा खूब बढ़िया कि हमारे लिए एक नई चीज मोदी जी ने दिलवाई है।
इससे अगर सामने से कोई भी ट्रेन आता है, एक ही ट्रैक पर दो ट्रेन किसी कारण से किसी गलती से लोको पायलेट की किसी भी गलती से अगर एक ही ट्रैक पर आ जाती है तो अपने आप इस सिस्टम से गाड़ी खड़ी हो जाएगी। ब्रेक लग जाएगी। अक्सर ट्रेनों के हादसे होते हैं और पिछले कई दिनों से जो हादसे सामने आए थे उन हादसों को भी ध्यान में रखते हुए इस तरीके का कवच से तैयार किया गया है हालांकि ये पूरी स्लीपर क्लास है और तकरीबन 22 कोच इसके अंदर है और दो इंजन है,
बेहतर हो सके अनूमन ट्रेन के अंदर एक ही इंजन होता है लेकिन इस ट्रेन के अंदर दो इंजन दिया है, अमृत भारत इस ट्रेन को नाम दिया गया है 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री अयोध्या से इसका उद्घाटन करेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हमेशा रेलवे में एक के बाद एक नई टेक्नोलॉजी लाने के लिए हमेशा नेतृत्व उनका मार्गदर्शन रहता है।
वंदे भारत के बाद में पुश पुल टेक्नोलॉजी पर अमृत भारत ट्रेन तैयार हुई है जिसका खूब जल्दी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी फ्लैग ऑफ करेंगे इनॉगरेशन करेंगे पुष्प टेक्नोलॉजी के विशेष गुण है वह मैं आपको टेक्निकल पॉइंट्स कुछ बताना चाहूंगा अमृत भारत ट्रेन में पुश पुल टेक्नोलॉजी के कारण बेटर एक्सीलरेशन है यानी गाड़ी जल्दी से स्पीड पिकअप करेगी और जल्दी से रुकती भी है। गाड़ी मे जब ब्रेक लगती है, तो इसमें बिल्कुल भी झटके नहीं लगेंगे सेमी परमानेंट कपलर्स के कारण तीसरा पूरा फुल्ली कवर्ड वेस्टिब्यूल है क्योंकि गाड़ी जब स्पीड पर चलती है तो हवा अंदर आती है।
गाड़ी को अनस्टेबल करने की उससे संभावना रहती है इसीलिए इस गाड़ी में फुल्ली कवर्ड वेस्टिब्यूल रखा गया है सेमी परमानेंट कपलर फुल्ली कवर्ड वेस्टिब्यूल जिससे कि गाड़ी स्टेबल रहे सेफ रहे बहुत बड़ा परिवर्तन किया है टॉयलेट्स के डिजाइन में टॉयलेट के डिजाइन इस तरह से किए गए कि मिनिमम वाटर का यूज करके एक प्रॉपर अच्छे से ठीक से फ्लश हो जाए। वैसी व्यवस्था इस टॉयलेट के डिजाइन में की गई है फिर पैसेंजर्स के कंफर्ट के लिए यह आपने देखा पहली दो जो गाड़ी बनी अमृत भारत ट्रेन यह पूरी नॉन एयर कंडीशन है इसमें भी पैसेंजर के कंफर्ट के लिए जो ऊपर वाली लगेज बर्थ होती है
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उसके ऊपर भी क्शन लगाया हुआ है और चार्जिंग के पॉइंट्स लगाए हुए हैं हर सीट के पास में इस तरह से एक बहुत ही अच्छी फैसिलिटी दी हुई दिव्यांगजन के लिए भी टॉयलेट स्पेशल डिजाइन के बनाए गए चौड़े दरवाजे और एक बहुत अच्छी रैंप इसमें डिजाइन की गई है जिसको किसी भी कोच के साथ लगाया जा सकता है उस रैंप को और बहुत आसानी से एक व्हील चेयर को रैंप के सहारे से कोच के अंदर चढ़ाया जा सकता है फिर इंजंस के लिए इंजन में टोटली नए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है
जैसे वंदे भारत की कैब एकदम नीट और क्लीन अब्सोल्युटली अर्गम कली डिजाइंड है वैसे ही इसमें लोकोमोटिव के अंदर वैसे ही कैब लगाई गई है और इसमें कवच प्री फिटेड है इसमें तो एक तरीके से ड्राइवर्स का कंफर्ट एयर कंडीशनर लगाया हुआ है ड्राइवर्स के लिए और ड्राइवर्स को वाइब्रेशन फील करने पड़े वो व्यवस्था भी की गई तो एक तरीके से दुनिया की सबसे इंपॉर्टेंट टेक्नोलॉजीज है डिस्ट्रीब्यूटर पावर और पुश पुल डिस्ट्रीब्यूटर पावर से अपनी वंदे भारत बनी और पुश पुल से अमृत भारत बनी तो यह दोनों की टेक्नोलॉजीज जो दुनिया भर में प्रचलित है।
तो दोनों टेक्नोलॉजी आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत मेक इन इंडिया फ्रेमवर्क के तहत दोनों की टेक्नोलॉजी भारत में बनी अपने इंजीनियर द्वारा बनाई गई और भारत के उपयोग में अब आने लगी। तो इससे आज अपने पास देश में ऐसा एक अलग लेवल का टेक्निकल आ गई है जिससे कि भविष्य में जितनी भी ट्रेंन है करीब-करीब आप जानते हैं। 13 14000 के आसपास टोटल ट्रेंन आई एम सॉरी करीब-करीब 200000 के आसपास टोटल ट्रेंन डेली चलती है। 200 हजार के आसपास टोटल ट्रेंन डेली चलती है।